।।अल्पारंभ: क्षेमकर:।।

अल्पारंभ एज्युकेशनल अँड कल्चरल फाउंडेशन


मायने..

– रुपाली

ज़िंदगी के सफ़र में कई बार मायनों का वज़न समय, दिशा और समझ पर टिक जाता है यह कविता उन अनकहे सवालों, अधूरे प्रयासों और बिखरते रिश्तों की बात करती है, जो वक्त की कसौटी पर खरे न उतरने पर अपना अर्थ खो बैठते हैं।


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One response to “मायने..”

  1. छान जमली आहे रचना.. प्रत्येकला अंतर्मुख करणारी ..!

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