– रुपाली
ज़िंदगी के सफ़र में कई बार मायनों का वज़न समय, दिशा और समझ पर टिक जाता है यह कविता उन अनकहे सवालों, अधूरे प्रयासों और बिखरते रिश्तों की बात करती है, जो वक्त की कसौटी पर खरे न उतरने पर अपना अर्थ खो बैठते हैं।

– रुपाली
ज़िंदगी के सफ़र में कई बार मायनों का वज़न समय, दिशा और समझ पर टिक जाता है यह कविता उन अनकहे सवालों, अधूरे प्रयासों और बिखरते रिश्तों की बात करती है, जो वक्त की कसौटी पर खरे न उतरने पर अपना अर्थ खो बैठते हैं।

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छान जमली आहे रचना.. प्रत्येकला अंतर्मुख करणारी ..!
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